तेरे जाने से जिन्दगी मेरी थमी तो नहीं।बिछड़ने वाले इस दुनिया में बस हम ही तो नहीं।पर दोस्त,वक्त-बेवक्त याद तेरी बड़ा सताती है। बता दे, तेरे वहाँ कौन सी ट्रेन जाती है ? दो दिन मिल ले, बहुत कुछ बताना है तुझे।कुछ चुटकुले सुने है मैंने, हँसाना है तुझे।तुझसे फिर मिलने की ख्वाहिश बड़ा तड़पाती…
Category: Poetry
उधेड़बुन
रुक पाता तो रुक जाता, पर क्या दुःख, अगर मैं मिला नहीं ?मुझ पर खफा है क्यों तू, कोई वादा तो मैंने किया नहीं। कोई वादा तूने किया नहीं,तो क्या प्यार भी तेरा दिखा नहीं ?दिल से दिल का रिश्ता जोड़कर,ना रुकने की कोई वजह नहीं। बस जरा सी प्यारी बातों से क्या, दिल, दिल…
रो मत मेरी जान
रो मत मेरी जानअपने हाथों से अपनी तकदीर मिटाकर,मैं मुट्ठी में भरकर तेरे लिये खुशियाँ लाया हूँ।देख, मैं खुद की ख्वाहिशें पिछले मोड़ पर छोड़कर,तेरे अरमान अपनी आँखों में सजाकर लाया हूँ। रो मत मेरी जानदेख, मैं तेरे टूटे सपनों को जोड़कर,उन्हें अपनी पीठ पर ढोकर लाया हूँ।तेरे दर्द को महसूस करने की खातिरमैं खुद…
सुबह जगी नहीं तो ?
एक डरावना ख्यालमन में रहता है,नींद आती है परसोने में दिल घबराता है।कल की सुबह देखनी है परसवाल आता हैजगी नहीं तो ?क्या होगा आगेअगर मैं कलजगी ही नहीं तो ? सोते समय वो बातें याद आती हैंजो कही नहीं अब तक।पूरी पिछली जिन्दगी देख लेती हूँयादों के पन्ने पलट कर।कुछ शर्तें हैंजो मैंने पूरी…
मैं बादलों को छूने ..
मैं बादलों को छूनेआगे बढ़ती हूँ,और चलते चलते कहींभीड़ में मिल जाती हूँ।उस भीड़ से बेचैन होकरसपनों की तलाश में,उस रास्ते को छोड़करकहीं और चली जाती हूँ। कुछ गुमनाम सासूनसान साकहीं मोड़ आता है,किसी के साथ के इन्तजार मेंवहीं रुक जाती हूँ।उस राह पर जातादिखता है कोई।पर वो रुकता नहींऔर ना कोई जवाब आता है।सोचती…